समय के साथ मेरे सौतेले देवर की उम्र बढ़ती जा रही थी, लेकिन वो दिल से अभी भी मासूम था। जैसे-जैसे वो बड़ा होता गया, उसे खुद में आए बदलावों का एहसास नहीं हुआ। उसे तो ये भी नहीं पता था कि लड़का और लड़की में क्या फर्क होता है, तब मैंने सोचा कि मैं उसे सेक्स का ज्ञान देती हूँ… मैं उसे हर चीज़ प्रैक्टिकली समझा दूँगी ताकि उसे ज़िंदगी में कोई परेशानी ना आए… फिर एक दिन मैंने अपने सौतेले देवर को अपने पास बुलाया आगे की कहानी जानने के लिए पूरा वीडियो देखें… आपको मज़ा आएगा..